Sunday, 31 March 2013

safar -3


Life -3rd  phase
१९८९ में एम .एस. सी. करने के बाद जुलाई १९८९ में गवर्मेंट पालीटेक्निक में पोस्ट ग्रेजुएट मार्केटिंग & सेल्स मैनेजमेंट में एडमिशन लिया .इसी साल बी .एड . और को .आपरेटिव  मैनेजमेंट , लखनऊ में एडमिशन हो गया था , इसी साल बीरबल साहनी  इंस्टिट्यूट में रिसर्च के लिए भी सिलेक्शन हुआ .परन्तु पालीटेक्निक कानपुर में प्रवेश लिया .इसी साल भोपाल म. प्र . – पी .सी. एस . की परीक्षा  देने गए . ईदगाह हिल्स डॉ . साहब के घर गए. बिरला मंदिर गए , इसी साल बी .एच .यु  . वाराणसी ऍम .बी . ए , का पेपर देने गए . वेटिंग में सिलेक्शन हुआ था .चुनार देवेन्द्र के घर भी गए थे . यहाँ पर गंगा की विशाल जलधारा में नहाया था .
१९९० में मैनेजमेंट में ७२ % मार्क्स से पास किया था .इस साल मैनेजमेंट का टूर लाल इमली , पराग मिल्क , एल .एम . एल. स्कूटर की फैक्ट्री में विजिट करने गए थी .१९९१ के २७ अगस्त को माता जी का कैंसर से निधन हो गया था . इस साल ब्य्फोर्ड लीजिंग कंपनी में सेल्स रिप्रेजेनटेटीव्  के रूप में पहली नौकरी की . यह नौकरी अशोक  भाई साहब ने लगवाई थी . इसी साल १९९१ मार्च में छोटी बहन की शादी हुए थी. सितम्बर में एल. टी . में सिलेक्शन होने के कारण नौकरी छोड़ दी थी . इसी समय कंप्यूटर डिप्लोमा में पोली टेक्निक में भी प्रवेश लिया था . परन्तु एल . टी . के कारण नहीं किया .इसी साल फिर से बी . एड . में सिलेक्शन हुआ था . लखनऊ में फॉसिल म्यूजियम बीरबल सहनी इंस्टिट्यूट में देखा था .
१९९२ में एल .टी . का टूर राजस्थान गया था . सबसे पहले मथुरा गए थे . यहं पर कृष्ण जनम भूमि , पागल बाबा का मंदिर , रघुनाथ मंदिर , इसकाँन  टेम्पल , मीरा बाई का मंदिर , रंगनाथ मंदिर गए थे . जयपुर में हवा महल , कनक वृन्दावन  , अमर का किला , शिशोदिया रानी का बघिचा ,जंतर मंतर , बिरला टेम्पल , म्यूजियम , बालाजी टेम्पल , जयपुर में बीटा फिल्म को राजमहल टॉकीज में देखा . उस समय यह भारत की टॉप टॉकीज थी . यहाँ पर खुदा गवाह भी देखि . दोनों की सूटिंग जयपुर में हुई थी .जयपुर में मुजरा भी देखा . जयपुर के बाद नाथ द्वारा गए . वहाँ  से पुष्कर नाथ के दर्शन किये ,हल्दी घाटी भी गए थे . फिर उदयपुर की झील , रना प्रताप सागर स्मारक , सहेलियों की बाड़ी , म्यूजियम और फ़तेह सागर लेक देखि . वहाँ से फिर अजमेर ख्वाजा की दरगाह के दर्शन किये , लौटते हुए आगरा का किला और ताज महल गए थे. चेतक स्मारक व्ब्रह्मा टेम्पल भी देखा था . दयाल बाघ , मुग़ल  बगीचा भी देखा .
एल .टी . में ७८ % लेकर टॉप किया था . इसी साल शशि कानपुर आयी . मनु का अप्रैल में जन्म हुआ था. इसी साल जुलाई में के .एस . इन्टर कॉलेज भौंती , कानपुर में ज्वाइन किया था . अगस्त में सरस्वती ज्ञान मंदिर इन्टर कॉलेज , इंदिरा नगर में ज्वाइन किया था . इसी साल रेलवे भोपाल में यु . डी . सी, में सिलेक्शन हुआ . पर गए नहीं .६ .१२.९२ को बाबरी कांड के कारण कानपुर में दंगा हुआ . १९९३ में इंडियन रास्ट्रीय मिलिट्री कॉलेज में इंटरव्यू देने गए थे . मसूरी हिल्स , सहस्त्रधारा , घूमने गए . इसी साल सितम्बर में लखनऊ कॉलेज गेम्स में गए थे . काल्विन तालुकेद्वार , भूल भूलिया  , बड़ा इमामबाड़ा गए . इसी साल २४.५.९३-२६.५.९३ तक भारतीय शिक्षण मंडल के अधिवेसन में बी . एन. एस .डी. शिक्षा निकेतन में रहे . राजनाथ सिंह से मुलाकात हुई. यहाँ पर पहला भाषण दिया . २५.५.९३ को काफी आज़मी से मोतीझील मुसायरा में मुलाकात हुई . इसी साल ०७.०६.९३ -१३.०६.९३ तक लाल बंगला के सरस्वती विद्या मंदिर में आर .एस. एस . के कैंप में रहे . यहाँ पर शारीरिक में प्रथम रहे . नाटक क्रन्तिकारी का दर्द का मंचन किया . इसी साल आई .आई . टी . कानपुर में ग्लाइडिंग की .१९९४ में देहरादून के wild life institute  में interview  देने गए . मंसूरी , गुण हिल्स , कम्पटी फाल , कंपनी बाग , रोप वे , ॠषिकेश , लक्स्मन झूला , जसपुर बहन के घर गए थे .इसी साल ज्ञान मंदिर में प्ले स्वामी विवेकानंद का मंचन करवाया था. शांति को पहली बार यहाँ पर ही देखा था .फिर २५.४.९४ को जे . के . टेम्पल में मुलाकात हुए थी . २७.५ ९४ को तिलक हुआ था. २३ जून १९९४ को नरूला गेस्ट हाउस में शादी हुई .
  जुलाई में हाँनिमून के लिए निकले . पहले जलियाँ वाला बाग और गोल्डन टेम्पल गए थे . फिर वहाँ से वैष्णो देवी गए थे . लौटते हुए धरमशाला , कुल्लू- मनाली गए . हिडिम्बा मंदिर के दर्शन किये . फिर शिमला के मॉल रोड में घुमते रहे . फिर चंडीगढ़ से बस से डेल्ही होते हुए कानपुर वापस आ गए थे. इसी साल सेप्टेम्बर में गोला गोकर्णनाथ में तीन दिन के सेमिनाँर में गए थे . भगवान गोकरण नाथ के दर्शन किये थे .इसी साल अगस्त में उ .प्र . अधीनस्थ  सेवा चयन आयोग के इंटरव्यू में लखनऊ के पिकअप भवन गए . इसी साल ऍम . एड . में प्रवेश लिया था परन्तु शादी के कारण अधूरा रह गया था. इसी साल जी . आई . सी. में और देल्ही नगर निगम में सिलेक्शन हो गया था.  १४ जुलाई १९९५ को सरस्वती ज्ञान मंदिर से त्यागपत्र देकर सुल्तानपुरी देल्ही में नगर निगम में ज्वाइन किया . रमेश गौर के यहाँ तिलक नगर में रुके थे. इसी समय १७ जुलाई १९९५ को कानपुर में मरियामपुर हॉस्पिटल में आयुष का जनम हुआ .१५.अगस्त १९९५ को जी . आई .सी . अल्मोरह के नाइ में ज्वाइन करने के लिए गए पर वहाँ जाकर मूड बदल गया वापस डेल्ही आ गए .नांगलोई में रहने लगे . प्रगति मैदान में बुक फेयर देखने गए नवोदय में इंटरव्यू देने जे.ऍन यु . गए थे .
 १९९६ में तिलक विहार डी  .डी. ए. फ्लैट में रहने लगे . सरकारी व्यवस्था अच्छी थी . इस भरतपुर के किले में पी .सी . एस .(राजस्थान) का पेपर देने गए थे . आगरा में तोता के ताल में काँटी के यहाँ रुके थे . ताजमहल और आगरा का किला भी घूमने गए थे .इस साल गाज़ियाबाद में नायब तहसीलदार का पेपर देने गए थे . इस साल डेल्ही में dinamination show & zoo  घूमने गए थे . MCD annual competition में शक्तिनगर में दर्द नाटक का मंचन किया था.इसी साल रोली ई .उसके साथ जनकपुरी म्यूजिकल फाउंटेन , रेड फोर्ट ,लाइट & साउंड शो , प्लेनेटोरियम , अप्पू घर , डॉल्स म्यूजियम , रेलवे म्यूजियम ,बिरला मंदिर , इंडिया गेट , क़ुतुब मीनार , लोटस टेम्पल , इंदिरा हाउस , राज घाट , त्रिमूर्ति भवन , जमा मस्जिद आदि घूमने गए थे . इसी साल रूबी भी घूमने ए थी . नांगलोई में जीजी भी आई थी . उनके साथ रोहतक गए थे .देल्ही  से हीट कोन्वेर्टर , केन सोफे ,  टीवी , एमरसन राड  अदि लिया था. बजाज का मिक्सर भी तिलक नगर से लिया त५ह.
सितम्बर १९९७ में जी .आई . सी. बेलाताल , महोबा से जोइनिंग लैटर आ गया था . इसलिए  सामान लेकर कानपूर आ गए थे. २३ सितम्बर १९९७ को जैतपुर (बेलाताल ) में ज्वाइन किया था. बेलाताल महल ,धुरा मंदिर ,रेस्ट हाउस और बेलाताल घूमे . अप्रैल १९९८ में जिज्जी के मरने की खबर बेलाताल में ही आई थी . उस समय आयुष बीमार हो गाय था तब जीतेन्द्र जीजा के यहाँ झाँसी इलाज के लिए लाये थे. उनसे फेन लिया था. जुलाई १९९८ में नौ गाँव  में माकन ले लिया था. २८- अगस्त को अशी का जनम मरियामपुर , कानपूर में हुआ था. मैं उस समय नौगाँव में था. जन . १९९८ में योगेश , डेल्ही के साथ खजुराहो गए थे .इस साल क्षत्रिय राजकुल में पहला आर्टिकल –जैतपुर प्रिंट हुआ था. फिर इंडिया टुडे सहित कई मैगज़ीन में आर्टिकल प्रिंट हुए थे .नौगाँव से प्रकाशित –निर्झर पत्रिका के संपादक मंडल में रहे थे. बलभद्र पुस्तकालय में नाटक – पागल का दर्द किया था .नव भारत पेपर ,भोपाल में स्वर्ण मंदिर पर आलेख प्रकाशित हुआ था .रु. १०० मनी आर्डर से प्राप्त हुए थे .इस साल कूलर ,सूट केस ,लिया था . ०१ जनुअरी १९९९ को घर में  कवि सम्मलेन करवाया था. महावीर जयंती के कवि सम्मलेन में मुझे सम्मानित किया गया था. राजकीय उ .मा. वि . नौगाँव द्वारा भी सम्मानित किया गया था. इस साल खजुराहो के मंदिर(निर्झर) ,महोबा(दर्शाण के स्वर) , बुढ़ा  बरगद ( जुझारू कलम ) पत्रिका में प्रकाशित हुए थी. यहाँ पर अरविन्द आश्रम , धुबेला म्यूजियम , छत्रसाल का मकबरा , रानी कमलावती का मकबरा ,खजुराहो कई बार घूमने गए .जैतपुर स्टाफ खजुराहो , पन्ना और पांडव फाल्स घूमने गया था. १९९९ में खजुराहो में जापानी टूरिस्ट ने अाशी की फोटो लेकर जापान से भिजवाई थी .इस साल नौगाँव (एम . पी.) से कलर टी.व़ी . और कूलर लिया. ३० जून को मेरा ट्रान्सफर सकरार झाँसी हो गया था.

Saturday, 23 March 2013

safar 2

मेरा जनम सिंह राशि और वृष लग्न में हुआ था. सूर्य राशि धनु थी .हमसे बड़े तीन भाई थे. जिनमे से एक राघवेंद्र प्रताप सिंह की गाँव में तालाब में डूबने से मौत हो गयी थी .इनकी मौत में मेरे ही चचेरे भाई का हाथ था. उन्होंने इसी साल ५ क्लास में कानपुर में टाप किया था. उस समय  मेरी उम्र तीन साल रही होगी .मेरा प्रवेश प्राथमिक शिक्षा के लिए मौनीघाट , आजाद नगर में संस्कृत पाठशाला में हुआ था. उस समय पाक का हमला भारत में हुआ था. तांगे से स्कूल जाते थे. एक पीतल का टिफ़िन था. उसके बाद आजाद नगर के बापू रास्ट्रीय स्कूल में प्रवेश लिया . कुछ दिनों के बाद फिर सरस्वती ज्ञान मंदिर , आजाद नगर में शिशु में प्रवेश हो गया था.सन १९७२ में मेरी बहन की शादी हो गयी थी .मेरे जीजा जी बिजली विभाग में  सहायक अभियंता थे . उनकी शादी के बाद घर की छत में आग लगाने की घटना आज भी याद है.सन १९७३ में लखनऊ रहने चला गया था. यहाँ पर ब्लैक सी कान्वेंट में प्रवेश  ३ सरी क्लास में लिया था. सन १९७० में छोटी बहन का जनम हुआ था. लखनऊ में एक बार उसको मार दिया था तो बहुत  ड़ांट खायी थी . इसी साल क्लास में नक़ल करते हुए पकड़े गए थे. जिसके कारण घर में भी बहुत मार खायी थी . बड़े भाई  साहब पन्त नगर से इंजीनेरींग कर रहे थे.  लखनऊ की होली में जीजाजी ने एक पोल्य्स्टर की कमीज़ गिफ्ट दे थी .उनके साथ  पहली बार मूवी  आइना  देखने टाकीज  गए थे.उसी साल जू व् अजायब घर भी देखा था.उस समय अमीनाबाद की प्रकाश कुल्फी बहुत मशहूर थी . कई बार खायी थी .उसी समय खोटे  सिक्के नामक गेंद का खिलौना बहुत हिट  था .पहले छोटा बढ़ा में रहता था जहाँ पर एक बंगाली मैडम के यहाँ पढ़ने  जाता था.लखनऊ में एक मौसी रहती थी जिनके यहाँ जाने में बहुत मूंगफली खाने को मिलती थी .  1975  में लखनऊ से लौटकर फिर कानपूर आ गए .यहाँ फिर से सरस्वती ज्ञान मंदिर में प्रवेश लिया .यहाँ से क्लास ५  पास कर  फिर पं . दीनदयाल इन्टर  कॉलेज में  आजाद नगर में प्रवेश परिक्षा में ६ ठी रैंक लाकर प्रवेश लिया . इसी साल राम क्रिशन स्कूल में भी सिलेक्शन हो गया था. लेकिन प्रवेश  दींन दयाल में लिया .जिस दिन रिजल्ट निकला उस दिन बगल में रहने वाले लड़के से झगडा हो गया था. मैंने उसका सर फोड़ दिया था. फिर डर के कारण दिनेश भैया के साथ भागकर अमिताभ की ज़ंजीर देखने संगम सिनेमा चला गया था .
इस साल कॉलेज में एनुअल स्पोर्ट्स में क्रिकेट बाल थ्रो में कांस्य पदक जीता . इस समय तक नीरज पाण्डेय के घर से हजारो बुक्स रीड कर चुके थे. इन्ही सालो में जीजा जी के बड़े भाई ने परिचय मूवी को सिनेमा घर में दिखाया था.पहले इन्ही के नाम पर मेरा नाम देवेन्द्र सिंह था. बाद मेरा नाम बदल  कर अमरेन्द्र कर दिया गया . पर घर का नाम पप्पू रहा.इसी साल बड़े भाई ने एच् . बी . टी . आई से इलेक्शन लड़ा था. घर में इलेक्शन का माहौल था. इसी साल मैंने संस्कृति ज्ञान परीक्षा . रामायण मानस परीक्षा और  जनरल नॉलेज परीक्षा को पास किया था.१९७९ में क्लास ७ पास की .इस साल भी संस्कृत ज्ञान परीक्षा  पास की .इसी साल बड़े भैया की शादी में अल्ल्हाबाद गए .१९८७० में  भैया की नौकरी गोएर्मेंट पॉलिटेक्निक में प्रवक्ता पद पर हो गयी थी .१९८० में आठवे की बोर्ड परीक्षा प्रथम डिवीज़न से पास की थी .सेण्टर डी. पी. एस . अन्तर कॉलेज गया था. इसी साल १३ से १५ नवम्बर को लखनऊ  में कैंप हेतु बेगम हज़रत पार्क गए थे . इस  साल गर्मी में एक माह बड़ी बहन के यहाँ लखनऊ रहा था. इसी साल मामा के गाँव लौगाँव में विशाल भंडारा में शामिल होने के लिए गए थे . संजय गाँधी के मरने की खबर वही सुनी थी .इसके पहले मामा के साथ चित्रकूट घूमने गए थे ा  बोर्ड प्रैक्टिकल में क्राफ्ट हेतु डॉल्स बना कर दी थी. सन १९८१  में ९वे की क्लास पास की .इस समय नीरज पाण्डेय ,देवेन्द्र ,अलोक महेश्वरी आदि से ज्यादा दोस्ती थी .इस साल स२ का क्रेज था. १९८२ में हाई स्कूल की परीक्षा पास की .आर .के . मिशन में सेण्टर था .इसी साल एिशयाड़ ८२ हुआ .१९८३ में क्लास ११वी पास की .स्पोर्ट्स में १५०० मीटर रेस  में पदक जीता .इंडिया पहली बार वर्ल्ड कप क्रिकेट का विजेता बना .इस साल प्रदीप त्रिपाठी ,मनोज गौतम ,अनुराग सिंह से दोस्ती ज्यादा रही .१९८४ में इंटर पास किया .फिर आर .के .मिशन सेण्टर गया था .इस साल नीरज से स्केटिंग और दिलशाद से नॉन चाकू चलाना शिखा  .ग्रीन पार्क में इंडिया और वेस्ट इंडीज का मैच देखा .लोयेड़  .एंडी रोबर्ट्स ,मार्शल रिचर्ड्स के ऑटोग्राफ लिये .इसी साल पी पी एन कॉलेज में बी एस  सी में प्रवेश लिया .जियोलॉजी ,बॉटनी ,जूलॉजी सब्जेक्ट लिए .वरुण तिवारी से दोस्ती हुए .३१ अक्टूबर  को इंदिरा गाँधी की हत्या के बाद कानपूर जल उठा .१९८५ की फ़रवरी में दिनेश भाई साहब की शादी में असोथर गए . वरुण ,आनंद भदौरिया ,नीरज ,देवेन्द्र भी ग्स्ये थे .इस साल वरुण के साथ हुन्तिंग में बिठूर गए .इसी साल सिंघपुर में सूरज फिल्म की शूटिग देखी  .किरण जुनेजा और ऐ. के .हंगल से मुलाकात हुए थी .जून में वाराणसी गए थे .यहाँ पर काशी विश्वनाथ., बनारस हिन्दू यूनिवर्सिटी  का विश्वनाथ मंदिर ,मानस मंदिर ,दुर्गा मंदिर ,सारनाथ ,संकट मोचन , गोडोलिया मार्किट और लवंग लता की याद आज भी ताज़ा है .इस साल पी पी ऍन में हम लोगो का बेन्ज़िन रिंग फेमस रहा . इसमें सुशील ,रजत ,अनुराग ,एलेना ,अर्पणा ,  रत्ना थे .हमारे ग्रुप में बाद में समीना ,वंदना संध्या शर्मा  भी आये .दिसम्बर के अंत  में जियोलॉजी का टूर चित्रकूट व् सतना गया .यहाँ पर कामता नाथ ,कामद गिरी ,लक्स्मन पहाड़ी  ,संग्रामपुर हिल ,गुप्ता गोदावरी ,जानकी कुंडा ,हनुमान धरा ,एस्फतिक शिला ,सटी अनुसुइया , मन्दाकिनी नदी और सतना की मैहर देवी के दर्शन किये .
  जनुअरी १९८६ में १९ को बायो पिकनिक हेतु  कुकरैल पिकनिक स्पॉट ,नवाबगंज बर्ड्स सेंक्टुँरी , इमामबाडा लखनऊ , यहाँ पर क्रोकोड यल  स्पॉट और यहाँ पर हुए कल्चर प्रोग्राम में गधे का प्रेजेंटेशन दिया . फाइनल पेपर में डीबार होने के कारण अगले साल १९८६ में बी एस सी पास आउट किया .इस साल २६ अप्रैल को सनी का जनम हुआ .इसी दिन ग्रीन पार्क में किशोर कुमार नाईट देखि .फ़रवरी ८६ में लखनऊ फारेस्ट रेंजर का पेपर देने गए .प्रदीप के किंग जॉर्ज मेडिकल कॉलेज के हिस्टेल में रुके  उसज=के साथ पाले खान और नाचे मयूरी  मूवी देखी १९८७ में शोतोकान .कराटे क्लब में  गए . अनुराग श्रीवास्ता से दोस्ती रही .इस साल ऍम एस  सी  बॉटनी में डी ए वी कॉलेज कानपूर में प्रवेश लिया . १९८८ में डेल्ही में इनकम टैक्स का पेपर देने गए .अशोक श्रीवास्तव के जीजा जी के यहाँ रुके .लोटस टेम्पल ,कनाट प्लेस आदि  गए .लौट कर आगरा का ताज महल देखा .यहाँ जलाल आगा से मिले .इसी साल बाँदा चचेरी बहन की शादी में गए. वहाँ से खजुराहो मंदिर गए .महोबा में होटल  में स्टे किया . इसी साल ऍम एस सी  प्रथम व् ऍम एस सी सेकंड के बीच क्रिकेट मैच हुआ . iसे साल बिठूर में टैक्सोलाजी का टूर गया . लौट कर जापानी गार्डन पत्थर कॉलेज गए .इसी साल डी .ए .व़ी .कॉलेज में नक़ल विरोधी मुहीम चली .१९८९ में ऍम .एस .सी . फाइनल का एग्जाम दिया . ६३% मार्क्स आये .इसी साल उन्नाव में एलगी कलेक्शन के लिये  गए .बॉटनी का टूर अन .बी . आर . लखनऊ गया था. ०५ .०३ .८९ से ०७ .०३ .८९ तक नेशनल सेमिनार ऑन नेचुरल रिसोर्सेज  कानजरवेशन एंड एनवायर्नमेंटल मैनेज मेंट में अपना रिसर्च पेपर प्रस्तुत किया .अल्गल फ्लोरा ऑफ़ सीवेज  एफ़्फ़्लुएन्ट नियर आजाद नगर कानपूर प्रस्तुत किया . इस साल कॉलेज के गेट तो गेदर प्रोग्राम में प्ले पागल का दर्द और कुत्ता प्रस्तुत किया . 

Saturday, 16 March 2013

gaurji ka safar

मेरा जन्म ११ जनवरी १९६६ को कानपुर  शहर के  आजाद नगर में हुआ था .उसी दिन भारत के प्रधान मंत्री लाल बहादुर  शास्त्री का तास्कंद में निधन हो गया था . तीन साल की उम्र में मेरा मुंडन विन्ध्याचल में हुआ था .मेरे पिताजी श्री बंश बहादुर सिंह जी कृषि विभाग  में लेखाधिकारी  और ज्योतिषविद हैं . मेरे पिताजी और भारत के प्रधानमंत्री अटल बिहारी जी के हाई स्कूल तक सहपाठी रहे थे .मेरा गाँव कानपुर के लारपुर झींझक के पास है .मेरी प्राथमिक शिक्षा कानपूर के सरस्वती ज्ञान मंदिर में हुए थी. प्राथमिक तक क्लास टापर रहा.