Saturday, 23 March 2013

safar 2

मेरा जनम सिंह राशि और वृष लग्न में हुआ था. सूर्य राशि धनु थी .हमसे बड़े तीन भाई थे. जिनमे से एक राघवेंद्र प्रताप सिंह की गाँव में तालाब में डूबने से मौत हो गयी थी .इनकी मौत में मेरे ही चचेरे भाई का हाथ था. उन्होंने इसी साल ५ क्लास में कानपुर में टाप किया था. उस समय  मेरी उम्र तीन साल रही होगी .मेरा प्रवेश प्राथमिक शिक्षा के लिए मौनीघाट , आजाद नगर में संस्कृत पाठशाला में हुआ था. उस समय पाक का हमला भारत में हुआ था. तांगे से स्कूल जाते थे. एक पीतल का टिफ़िन था. उसके बाद आजाद नगर के बापू रास्ट्रीय स्कूल में प्रवेश लिया . कुछ दिनों के बाद फिर सरस्वती ज्ञान मंदिर , आजाद नगर में शिशु में प्रवेश हो गया था.सन १९७२ में मेरी बहन की शादी हो गयी थी .मेरे जीजा जी बिजली विभाग में  सहायक अभियंता थे . उनकी शादी के बाद घर की छत में आग लगाने की घटना आज भी याद है.सन १९७३ में लखनऊ रहने चला गया था. यहाँ पर ब्लैक सी कान्वेंट में प्रवेश  ३ सरी क्लास में लिया था. सन १९७० में छोटी बहन का जनम हुआ था. लखनऊ में एक बार उसको मार दिया था तो बहुत  ड़ांट खायी थी . इसी साल क्लास में नक़ल करते हुए पकड़े गए थे. जिसके कारण घर में भी बहुत मार खायी थी . बड़े भाई  साहब पन्त नगर से इंजीनेरींग कर रहे थे.  लखनऊ की होली में जीजाजी ने एक पोल्य्स्टर की कमीज़ गिफ्ट दे थी .उनके साथ  पहली बार मूवी  आइना  देखने टाकीज  गए थे.उसी साल जू व् अजायब घर भी देखा था.उस समय अमीनाबाद की प्रकाश कुल्फी बहुत मशहूर थी . कई बार खायी थी .उसी समय खोटे  सिक्के नामक गेंद का खिलौना बहुत हिट  था .पहले छोटा बढ़ा में रहता था जहाँ पर एक बंगाली मैडम के यहाँ पढ़ने  जाता था.लखनऊ में एक मौसी रहती थी जिनके यहाँ जाने में बहुत मूंगफली खाने को मिलती थी .  1975  में लखनऊ से लौटकर फिर कानपूर आ गए .यहाँ फिर से सरस्वती ज्ञान मंदिर में प्रवेश लिया .यहाँ से क्लास ५  पास कर  फिर पं . दीनदयाल इन्टर  कॉलेज में  आजाद नगर में प्रवेश परिक्षा में ६ ठी रैंक लाकर प्रवेश लिया . इसी साल राम क्रिशन स्कूल में भी सिलेक्शन हो गया था. लेकिन प्रवेश  दींन दयाल में लिया .जिस दिन रिजल्ट निकला उस दिन बगल में रहने वाले लड़के से झगडा हो गया था. मैंने उसका सर फोड़ दिया था. फिर डर के कारण दिनेश भैया के साथ भागकर अमिताभ की ज़ंजीर देखने संगम सिनेमा चला गया था .
इस साल कॉलेज में एनुअल स्पोर्ट्स में क्रिकेट बाल थ्रो में कांस्य पदक जीता . इस समय तक नीरज पाण्डेय के घर से हजारो बुक्स रीड कर चुके थे. इन्ही सालो में जीजा जी के बड़े भाई ने परिचय मूवी को सिनेमा घर में दिखाया था.पहले इन्ही के नाम पर मेरा नाम देवेन्द्र सिंह था. बाद मेरा नाम बदल  कर अमरेन्द्र कर दिया गया . पर घर का नाम पप्पू रहा.इसी साल बड़े भाई ने एच् . बी . टी . आई से इलेक्शन लड़ा था. घर में इलेक्शन का माहौल था. इसी साल मैंने संस्कृति ज्ञान परीक्षा . रामायण मानस परीक्षा और  जनरल नॉलेज परीक्षा को पास किया था.१९७९ में क्लास ७ पास की .इस साल भी संस्कृत ज्ञान परीक्षा  पास की .इसी साल बड़े भैया की शादी में अल्ल्हाबाद गए .१९८७० में  भैया की नौकरी गोएर्मेंट पॉलिटेक्निक में प्रवक्ता पद पर हो गयी थी .१९८० में आठवे की बोर्ड परीक्षा प्रथम डिवीज़न से पास की थी .सेण्टर डी. पी. एस . अन्तर कॉलेज गया था. इसी साल १३ से १५ नवम्बर को लखनऊ  में कैंप हेतु बेगम हज़रत पार्क गए थे . इस  साल गर्मी में एक माह बड़ी बहन के यहाँ लखनऊ रहा था. इसी साल मामा के गाँव लौगाँव में विशाल भंडारा में शामिल होने के लिए गए थे . संजय गाँधी के मरने की खबर वही सुनी थी .इसके पहले मामा के साथ चित्रकूट घूमने गए थे ा  बोर्ड प्रैक्टिकल में क्राफ्ट हेतु डॉल्स बना कर दी थी. सन १९८१  में ९वे की क्लास पास की .इस समय नीरज पाण्डेय ,देवेन्द्र ,अलोक महेश्वरी आदि से ज्यादा दोस्ती थी .इस साल स२ का क्रेज था. १९८२ में हाई स्कूल की परीक्षा पास की .आर .के . मिशन में सेण्टर था .इसी साल एिशयाड़ ८२ हुआ .१९८३ में क्लास ११वी पास की .स्पोर्ट्स में १५०० मीटर रेस  में पदक जीता .इंडिया पहली बार वर्ल्ड कप क्रिकेट का विजेता बना .इस साल प्रदीप त्रिपाठी ,मनोज गौतम ,अनुराग सिंह से दोस्ती ज्यादा रही .१९८४ में इंटर पास किया .फिर आर .के .मिशन सेण्टर गया था .इस साल नीरज से स्केटिंग और दिलशाद से नॉन चाकू चलाना शिखा  .ग्रीन पार्क में इंडिया और वेस्ट इंडीज का मैच देखा .लोयेड़  .एंडी रोबर्ट्स ,मार्शल रिचर्ड्स के ऑटोग्राफ लिये .इसी साल पी पी एन कॉलेज में बी एस  सी में प्रवेश लिया .जियोलॉजी ,बॉटनी ,जूलॉजी सब्जेक्ट लिए .वरुण तिवारी से दोस्ती हुए .३१ अक्टूबर  को इंदिरा गाँधी की हत्या के बाद कानपूर जल उठा .१९८५ की फ़रवरी में दिनेश भाई साहब की शादी में असोथर गए . वरुण ,आनंद भदौरिया ,नीरज ,देवेन्द्र भी ग्स्ये थे .इस साल वरुण के साथ हुन्तिंग में बिठूर गए .इसी साल सिंघपुर में सूरज फिल्म की शूटिग देखी  .किरण जुनेजा और ऐ. के .हंगल से मुलाकात हुए थी .जून में वाराणसी गए थे .यहाँ पर काशी विश्वनाथ., बनारस हिन्दू यूनिवर्सिटी  का विश्वनाथ मंदिर ,मानस मंदिर ,दुर्गा मंदिर ,सारनाथ ,संकट मोचन , गोडोलिया मार्किट और लवंग लता की याद आज भी ताज़ा है .इस साल पी पी ऍन में हम लोगो का बेन्ज़िन रिंग फेमस रहा . इसमें सुशील ,रजत ,अनुराग ,एलेना ,अर्पणा ,  रत्ना थे .हमारे ग्रुप में बाद में समीना ,वंदना संध्या शर्मा  भी आये .दिसम्बर के अंत  में जियोलॉजी का टूर चित्रकूट व् सतना गया .यहाँ पर कामता नाथ ,कामद गिरी ,लक्स्मन पहाड़ी  ,संग्रामपुर हिल ,गुप्ता गोदावरी ,जानकी कुंडा ,हनुमान धरा ,एस्फतिक शिला ,सटी अनुसुइया , मन्दाकिनी नदी और सतना की मैहर देवी के दर्शन किये .
  जनुअरी १९८६ में १९ को बायो पिकनिक हेतु  कुकरैल पिकनिक स्पॉट ,नवाबगंज बर्ड्स सेंक्टुँरी , इमामबाडा लखनऊ , यहाँ पर क्रोकोड यल  स्पॉट और यहाँ पर हुए कल्चर प्रोग्राम में गधे का प्रेजेंटेशन दिया . फाइनल पेपर में डीबार होने के कारण अगले साल १९८६ में बी एस सी पास आउट किया .इस साल २६ अप्रैल को सनी का जनम हुआ .इसी दिन ग्रीन पार्क में किशोर कुमार नाईट देखि .फ़रवरी ८६ में लखनऊ फारेस्ट रेंजर का पेपर देने गए .प्रदीप के किंग जॉर्ज मेडिकल कॉलेज के हिस्टेल में रुके  उसज=के साथ पाले खान और नाचे मयूरी  मूवी देखी १९८७ में शोतोकान .कराटे क्लब में  गए . अनुराग श्रीवास्ता से दोस्ती रही .इस साल ऍम एस  सी  बॉटनी में डी ए वी कॉलेज कानपूर में प्रवेश लिया . १९८८ में डेल्ही में इनकम टैक्स का पेपर देने गए .अशोक श्रीवास्तव के जीजा जी के यहाँ रुके .लोटस टेम्पल ,कनाट प्लेस आदि  गए .लौट कर आगरा का ताज महल देखा .यहाँ जलाल आगा से मिले .इसी साल बाँदा चचेरी बहन की शादी में गए. वहाँ से खजुराहो मंदिर गए .महोबा में होटल  में स्टे किया . इसी साल ऍम एस सी  प्रथम व् ऍम एस सी सेकंड के बीच क्रिकेट मैच हुआ . iसे साल बिठूर में टैक्सोलाजी का टूर गया . लौट कर जापानी गार्डन पत्थर कॉलेज गए .इसी साल डी .ए .व़ी .कॉलेज में नक़ल विरोधी मुहीम चली .१९८९ में ऍम .एस .सी . फाइनल का एग्जाम दिया . ६३% मार्क्स आये .इसी साल उन्नाव में एलगी कलेक्शन के लिये  गए .बॉटनी का टूर अन .बी . आर . लखनऊ गया था. ०५ .०३ .८९ से ०७ .०३ .८९ तक नेशनल सेमिनार ऑन नेचुरल रिसोर्सेज  कानजरवेशन एंड एनवायर्नमेंटल मैनेज मेंट में अपना रिसर्च पेपर प्रस्तुत किया .अल्गल फ्लोरा ऑफ़ सीवेज  एफ़्फ़्लुएन्ट नियर आजाद नगर कानपूर प्रस्तुत किया . इस साल कॉलेज के गेट तो गेदर प्रोग्राम में प्ले पागल का दर्द और कुत्ता प्रस्तुत किया . 

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